Wednesday, 30 July 2025

अब इसको शांत करना ही पड़ेगा

 हेलो दोस्तो, मेरा नाम राहुल है, और ये मेरी भाभी सेक्स स्टोरी है। मैं चंडीगढ़ का रहने वाला हूं। मेरी हाइट 5 फीट 9 इंच है और मेरे लिंग का साइज़ 5.5 इंच है.


बात उस दौर की है जब मैं अपनी एमएससी की डिग्री के आखिरी साल में था। ये बात है 2019 की. बचपन से पोर्न देख-देख कर अपने लंड को हिलाने से ही काम निकाल लिया था। पर अब चंडीगढ़ की खूबसूरत लड़कियों को देख कर भी नहीं जाना जाता।


हालांकी मैं एक थोडा शर्मिला किस्मत का इंसान था। मैंने इंटरनेट पर बहुत सर्च किया, लेकिन मुझे निराशा ही मिली। एक दिन मेरे एक दोस्त ने मुझे बताया कि रात के 10 बजे के बाद पी.जी.आई रोड पर बहुत सी रंडियाँ मिल जाती हैं। मैं एक दिन अकेला ही उस रोड पर 9:30 बजे के करीब निकल गया।


एक घंटा गुज़ारने के बाद भी मुझे कोई नहीं मिला। फिर मैं मायुस हो कर अपने घर जाने ही वाला था, कि एक बीएमडब्ल्यू कार मेरे पास आ कर रुकी। कार में एक करीब 29 साल की भाभी बैठी थी। उसने मुझे हाथ हिला कर अंदर बैठने को कहा। मैं जल्दी से गाड़ी में बैठ गया।


कुछ देर चलने के बाद मैंने उस महिला से उसका नाम पूछा, तो उसने जैस्मीन बताया। काफ़ी बात करने पर पता चला कि वो भी किसी लंड की तलाश में ही वहां घूम रही थी। उसने गाड़ी अपने फ्लैट के पास पार्क की, और हम दोनों अंदर आ गए।


अंदर आते ही मैंने उसके दोनों स्तन पीछे से पकड़ लिए, और ज़ोर-ज़ोर से उसके टॉप पर से ही मसलने लगा। वो इसके लिए तैयार नहीं थी. फिर जैसे ही वो मेरी और घूमी, मैंने उसके होठों को अपने होठों से लॉक कर लिया। वो मुझसे कुछ कहना चाह रही थी, पर मैंने अपना एक हाथ उसकी पैंटी में डाल दिया, और अपनी बीच वाली उंगली उसकी बुर में डाल दी। उसकी बुर बहुत कस्सी हुई थी।


उंगली डालते ही उसकी आंखें निकलने लगीं। वो ज़ोर-ज़ोर से हनफ रही थी, और मैं उसकी बुर में फिंगरिंग कर रहा था। फ़िर मैंने उसे और अपने सारे कपडे उतार दिये। अब मैं उसके स्तन चुनने लगा। दोस्तों मैं बता नहीं सकता कि मैं किस जन्नत की सैर कर रहा था।


फिर मैंने अपना लिंग निकाला, और उसको टेबल पर रख दिया। अब उसकी गोरी फूली हुई बुर मरने की बारी थी। मैंने एक झटके में अपना पौने 6 इंच का लंड उसकी बुर में डाल दिया। इसे काफ़ी दर्द हुआ, पर मैं अपना लंड पेल रहा हूँ। करीब 15 मिनट बाद, और 4 अलग-अलग पोजीशन में सेक्स करने के बाद हम दोनों इकत्थे झड़ गए।


उस रात मैंने उसकी 3 बार बुर मारी। सुबह उसने मुझे कुछ हज़ार रुपये दिए, लेकिन मैंने उसे मन कर दिया। पर उसके बहुत कहने पर मुझे वो लेने ही पड़े।


अब मैं अपने घर की और निकल दिया। लेकिन दोस्तों जब एक बार मिल जाती है, तो फिर उसके बिना नहीं जाता। और मेरा हाल भी यहीं हुआ. मैंने एक हफ़्ते बाद वीकेंड पर जैस्मीन को कॉल किया। उसने कॉल पर बताया कि वो भी मेरी चुदाई को ही याद कर रही थी।


मुझे ये सुन कर बहुत सुकून मिला। उसने मुझे शाम 4 बजे ही अपने फ्लैट पर बुला लिया। मैं भी बाजार से कुछ शॉपिंग करने के बाद उसके पास शाम 4 बजे पहुंच गया। आज का मेरा प्लान उसकी गांड मारने का था। इसलिए मैं बाजार से एक बीयर और एक लुब्रिकेंट ऑयल ले आया था।


अंदर आते ही मैंने उसे एक किस किया और उसकी गांड पर हाथ से एक जोरदार थप्पड़ मारा। इसे वो थोड़ी सीहम गई। इसके बाद हम दोनो सोफ़े पर बैठ गये, और बातें करने लगे। उसने मुझे बताया कि उसके पति का कपडे का बिजनेस था, इसलिए वो ज्यादा समय तक उसके साथ नहीं रह पाता था, और उसकी सेक्स इच्छाओं को भी वो पूरा नहीं कर पाता था।

मैंने भी उसको अपने बारे में सारी बातें बता दी। अब 2 बियर खाली करने के बाद, उसने उठ कर मेरा कॉलर पकड़ा, और मेरा सर दबा कर अपनी बुर की और ले जाने लगी।


फ़िर वो कहने लगी: उस दिन तूने आनंद लिया। आज मेरी बारी है.


उसने पैंटी नहीं पहनी थी, और मैं भी उसकी बुर चाटने लग गया। वो खादी हो कर मुझसे बुर चाट रही थी, और मुझे भी इसमें बहुत मजा आ रहा था। थोड़ी देर बाद मैंने उसको अपना गांड मारने वाला प्लान बताया, तो वो थोड़ी हिचकिचाहट सी गई। पर मेरे काफ़ी मनने पर मान गई। मैंने अपना तेल निकाला, और उसकी गांड की मालिश की।


अब मैंने उसको डॉगी पोज़ में बिठा दिया। मेरा लंड भी तन कर 6 इंच का हो गया था। मैंने अपने लंड पर भी तेल लगाया. फिर मैंने अपना लंड उसकी गांड पे लगाया। थोड़ा दबाव देने पर जैस्मिन आगे की और झुकने लगी। पर मैंने उसको कमर से कस कर पकड़ा, और एक जोरदार शॉट मारा।


इसे वो चिल्लाने लगी, और मुझे छोड़ने के लिए कहने लगी। पर मैंने उसकी एक ना सुनी, और उसकी गांड मारता रहा। कुछ 10 मिनट बाद ही मैं उसकी गांड में ही झड़ गया, क्योंकि उसकी गांड बहुत टाइट थी। उसके बाद हम दोनों काफी थक चुके थे, और उसकी गांड में दर्द भी हो रहा था।


थोड़ी देर हम दोनो ऐसे ही बिस्तार पर लेते रहे। कुछ समय बाद उसने मुझे सिड्यूस किया। इस बार मैंने उसकी बुर मारी और उसकी सारी खुलली दूर की। सेक्स करते-करते पता ही नहीं चला कि कब रात के 9 बज गए। हम दोनों ने बाहर से खाना ऑर्डर किया। इतने में चमेली मेरे लंड से फिर से खेलने लगी, और मेरे शेर को फिर से खड़ा कर दिया।


इस बार मैंने उसको अपना लंड चुसवाया। मैंने लंड उसे गले तक उतार दिया, जिसे कुछ समय तक सांस नहीं आ रही थी। उसने मेरी तांग पे थप्पड़ मारे. तब मैंने अपना लंड निकाला. उसकी आंखों में आंसू थे, पर उसे मजा आ रहा था। इतने में डोरबेल बाजी, और वो खाना रिसीव करके आ गई।


पर मेरा लंड खड़ा हो चुका था। अब इसको शांत करना ही पड़ेगा। इसलिए मैंने उसके मुँह को फिर से चोदना शुरू कर दिया। कुछ समय बाद मैं झड़ गया। अब मैंने एक शावर लिया और अपने कपड़े पहने, और उसको एक ज़ोरदार किस दिया। अब हम दोनों ने साथ में खाना खाया और मैं अपना घर चला गया।


दोस्तों ये थी मेरे जीवन की रियल चुदाई कहानी। इसके बाद 2 साल बीत गए, आज भी जैस्मीन मुझसे चुदवाती है। मैं हर बार खुश कर देता हूं। आपको मेरी भाभी की चुदाई कहानी कैसी लगी जरूर बताना।