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Thursday, 17 July 2025

मेरे पती मेरे तरफ दयन नहीं देते

 दोस्तो ये हिंदी सेक्स स्टोरी कुछ mahine pehele की है मैं एक रूम लिया था rahne के लिए और मै waha rahata हमारा रूम आखिरी मंजिल पे था. हमारे कमरे के दरवाजे के पास हाय और एक 1 बीएचके फ्लॅट था जहाँ पर दुसरे किरायेदार रहाते द. वाहा पे एक कुटुंब राहती थी. मुक्त शेजारी चुदाई


और अगर हम दरवाजा खोल दे तो सारा दृश्य उन्हे नजर आ जाता और अगर वो खोले तो हम उनका इताना पास रूम था और आवाज भी सुरक्षित सुनाई देती दुसरे के कमरे में. यूएसएस फॅमिली मी चार लॉग द पती-पत्नी और एक छोडे बेटी तिसरी इयत्ता आणि दुसारी पहिली. तो हुवा यू की मै वह रहा रहे तो कुछ दिन ऐसे ही बिट गये.


लेकीन बाद में मुझे चूहे को चिल्लाने की झगड़ने की आवाजे आने लगी उस परिवार में पति-पत्नी का झगडा चलाता और ये उनका डेली रूटीन हो गया तो हम डिस्टर्ब हो जाते. मुझे लगा की मालिक को बता दे पर जब हमे उस आंटी को देखा तो साला सब भूल गया आंटी का आकडा 34-30-30 होगा.


हम अब हर रोज दरवाजा खुला रहाते और हर रोज उसे देखते माल थी लेकीन सिरफ देखने के लिए बाकी मेरे मन मै वैसे कुछ नहीं था. एक दिन मै छत पर कपडे सुखाने गया तो वहा पर वो आंटी आ गई तो मै उनहे हॅलो कह दिया तो अनहोने भी मुझे हलचल पुचा.

वैसे छट पर कोई नहीं आता था और उनाके पाटी ते सुभा 10 बाजे जाते और रात को 11 बाजे आते और दोपहार को खाना खाना भी खाने आते द. तो उस दिन हमाने थोड़ी बात चिट की फिर मै भी थोडा फ्रँक हो गया और फिर मैने पुचा आपके पति क्या कराते है और बाकी सब हलचल पंच.


फिर मैने उन्हे पुचा की आप लडाई क्यूं कराते है रात को हम डिस्ट्रब होते है तो हम बोली की उनके पति पिकर आते है और फिर फिर झगडा चालु.तो मै बोला कुछ और तो हम बोली वो मुझे समय नहीं देते सुबह जाते है और खाना फुरत जाते है. आहे

तो मैने कहा तो आप अपने दोस्तों के यह जाया करो या कही गुम कर आया करो तो वो बोली मै यहा पर नया हूं और मेरे कोई दोस्त नहीं है यह पर तो मैने कहा दिया तो क्या हम दोस्त बन सकते हैं? तो हम बोली ठीक है तो इस्स तरह हमारी दोस्ती हुई और हम कुछ दिनो मै काफी गुल-मिल गये.


पेहेले तो मेरी नियात साफ थी क्योकी मै सिरफ उन ईक अच्छी दोस्त मनता था पर कुछ दिनो बाद उनहोने आपने रंग दिखने चालु कर दिए हमारे फ्लोरे पर सिरफ हम और हम रहेते ते राती में बहार आना और मुझे बुलाना कुछ भी मैं कुछ भी नहीं आवाज लगाना आणि बुलाना.

मै गया तो बाथरुम से गांव उपर कराके आना इससे मै बहोत डिस्टर्ब होता और मुठ मार चला. लेकीन ये सिलसिला चलता ही रहा और कुछ दिनो बाद मेरी भी उनाके तरफ देखने की बदल गई मेरे भी मन में ख्याल आने लगे के अभी तक कुछ किया नहीं किसीको और वैसे वय 25 हो गई है कुछ दिनो मै शादी हो जायेगी नहीं देखी नही. iss सबजी को चखा जाये. और वैसे भी आंटी की उमर जादा नहीं थी 28 की थी और दिखने मै भी मस्त थी मतलभ एक सामान्य घर पत्नी की तरह.


और आख़िर कर वो दिन आ ही गई बारीश का मूसम था मै अपने कमरे में पडाई कर रहा था दोपहर के 3-3.30 बाजे होंगे फिर आंटी ने मुझे आवाज लगाई मै चला गया वो बोली कुछ लोगो चये कॉफी दूध. तो मै बोला कुछ भी देदो तो वो बोली दुध देडू तो मै बोला ठिक है. फिर उनहोने कहा किसका पिवोगे. मैने कहा मतलब?


आंटी: भैस का या गे का?


माई : कोई भी चलेगा.

आंटी : कोई भी चलेगा?


माई: हा.


आंटी : मेरा चलेगा?


मै एकदुम हक्का भाक्का राहिला. फिर वो मेरे पास आकार बोली संजय मै तुम्हे पासंद करना लगी हूं और मुझे अभी तुम्हारी जरुरत है.मेरे पती मेरे तरफ दयन नहीं देते सो कृपया मेरी तकलीफ दूर करो फिर क्या मै भी यही चाहता था. पर मैने कुछ नहीं कहा मै वहा से उठ कर बहार आने लगा.

फिर वो बोली की प्लीज संजय सरफ एक बार फिर कभी नहीं बोलूंगी और वो दरवाजे पे जाके रुक गई और लॉक लगावा दिया फिर मैने कहा की अगर कुछ हुआ तो और किसी को पता चल गया तो? फिर वो बोली कुछ नहीं होगा अभी कौन आयेगा पर और कुछ भी होगा तो उसकी जिमेदारी वो ले लेंगी. 

फिर क्या मैं उनाके ओठ पर अपने ओठ राख दिए और फिर 5 मिनट तक चुंबन किया वो भी पूरी ताकत मै मेरा साथ दे राही थी फिर मैं उन्हे बेड पर जाने के लिए बोला और मै अता हुं बोल दिया फिर मै अपने आपने ग़ैर ) हाय खरीद लिया था कभी काम आ जाये इसालीये.

फिर मै उनाके बेडरूम में गया लॉक लगावा दिया और फिर उनका गवुन उतार दिया उनहोने अनादर कुछ देखना ही नहीं था क्या कमाल की जग राही थी वो अनके बुब! वाह काळ्या रंगाचे आणि गोलाकार मस्त दिख रहे थे मै उनाको मसालाना चालु किया और उसमें से बहोत दूध निकला और फिर मुह से चुसने लगा.


वो भी मेरे कपडे उताराने की कोशिष कर राही थी फिर मै ने भी अपने सारे कापडे उतार दिए मेरा लंड 6”-8” का है तो वो बोली शारीरिक रूप से नहीं हो पर गन बडी है तुम्हारी तो मै बोला हा बंदूक बडी रखनी तोड़ने से फडता है तो मेरे पास है। लगी आणि मै उनाके पुस्तक चुस रहा था.

फिर हम 69 पोजीशन मे लेट गये और उनहोने मेरा डिक मुह में ले लिया मैं उनाके तवे पे हाथ फिराने शुरू किया वो काफी गरम हो गई थी फिर मैं अपना एक फिगर उनाके पुसी मै डाल दिया मैने कही पढा था की अगर अच्छा सेक्स करना तो मेरे साथ करना चाहूँगा तो बूझ करने का पार्टनर हो जाये अंदर लेने के लिए.


फिर मैने फिंगुरिंग स्टार्ट की पेहेले 1 फिगर फिर दुनिया फिर तिसारी और फिर स्पीड बधा दी वो भी मेरा चुसते जा राही थी मै तुरंत चड गया मेरा सारा माल उनाके मुह पर गिर गया तो मैने वो लेकर अनकी बुब्स की उर मसाज फकीरिंग में फकीरिंग khada huwa.


फिर वो भी चड गई और कहां लगी प्लीज अंदर डाल दो अब सही नहीं जा रहा लेकीन मै कहा सुनाने वाला था मैं फिंगुरिंग चालु राखी और वो बहोत गरम हुवी आंके आंख में आंसू आने रहे थे कि वो अंदर डालने के लिए बोल इरगा कॉन राही.


और फिर डाल दिया शुद्ध जोश के साथ मैं भी दमदार चुदाई की वो तिसरी बार चड गई. फिर 10-15 मिनिट खराब मै भी चड गये और हम वैसे ही पडे रह एक दुसरे के ऊपर फिर मैं पुचा माझा आया तो वो बोली तुम्हारा फिजिक भी इताना अच्छा नहीं है और डिक भी जदा बडा नहीं है लेकीन मजा मजा बहुत बधिया.

और फिर मुझे किस करना लगी मैहे भी उनाका साथ दिया और कहा अब बस क्योकी उनाके बच्चो के स्कूल से आने का समय हो गया था फिर उन कहो अगर हर कोई ऐसे सेक्स करे तो कोई भी प्यासा नहीं रहेगा और वो बोली तुम्हारी और मेरे परफॉर्मेंस आहे. राहे तो मैने कहा आंटी हर चिझ करना का कुछ तारिका होता है और मै फ्रेश होके वहा से निकल गया.

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