कथा लिहिण्याची ही माझी पहिलीच वेळ आहे. मला आशा आहे की तुम्हा सर्वांना ते आवडेल. सुभा का समय था, और जेठालाल दुकन के लिए निकल रहा था. उतने में दया उपयोग तोक्ति है-
दया : तपू के पापा, आप अपना रुमल भूल गये. ये लिजिये.
वो उपयोग रुमल देना जाती है. तब गल्ती से उसके हाथ से रुमाल नीचे गिर जाता है.
जेठालाल : अरे दया, क्या कर रही है? एक काम धंग से नहीं होता तुझसे.
दया: माफ करा-माफ करा, रुको मैं उठा के देती हु.
दया रुमल उठने के लिए नीचे झुकती है, तो जेठालाल को उसकी क्लीवेज दिखती है, जिसकी वजाह से जेठालाल का लंड खडा हो जाता है. फिर दया वापर रुमल उठा के देते है. पर जेठालाल उसका हाथ पकड के उसको पास खिंच देता है.
दया: ये आप क्या कर रहे है टपू के पापा? आपको दुकन नहीं जाना क्या?
दरसाल चंपक चाचा गांव गए हुए होते है, और टपू 3 दिनो के लिए स्कूल की ट्रिप पे गया हुआ होता है. तो घर पर कोई नहीं था, और ये बात जेठालाल को पता थी.
जेठालाल : आज मुझे दुकन देर जाने के लिए दांतने वाला कोई नहीं है. तो मैं आराम से जाऊ सक्ता हू.
दया: आप रुक के क्या करेंगे?
जेठालाल: अपनी खूबसुरत बीवी को अकेले छोड कर कैसे में दुकन भाग सक्ता हू?
दया : आप भी ना...
इससे फेले की दया अपना वाक्य गरीबा करते, जेठालाल दया को किस करना लग गया.
जेठालाल के आश्चर्यक चुंबन करना की वाजह से दया थोडी शॉक हो गई. पर फिर वो भी uska साथ देना लग गई.
जेठालाल किस करते-करते अपना हाथ दया की गांड पर लेके जाता है, और उसपे एक जोर का थप्पड लगाता है. फिर usko masalne lagta है. दया अपने हाथो से जेठालाल की पंत खोलती है, और उसका लंड बहर निकल के सेहलाने लगती है.
जेठालाल का लंड किसी पत्थर की तरहा सख्त हो गया था, जिस्को चूटे हाय दया की चुट गीली हो गई. थोडी देर किस करना के बाद जेठालाल ने दया का सर पकडा, और उपयोग नीचे दाबाने लगा. दया samajh gayi उपयोग काय karna था.
दया अपने घुटनो के बाल बैठ जाती है, और जेठालाल की पंत नीचे खेंच के उसके लंड को चूसने लगती है. जेठालाल ते मानो जानत में पाहुंच गया था.
जेठालाल: आह दया, तू बिलकुल एक रास्ते की रांड जैसा लंड चुस्ती है. अपनी शादी के itne saalon बाद तुमसे itni बार लंड chuswa के भी हर बार अलग maza आता है.
जेठालाल का लंड 10 इंच लांबा आणि 4 इंच मोटा होता है. पर uske bawajood भी दया poora का poora लंड apne muh में ले leti है, और uska poora का poora लंड और uske goton तक चमक देती है.
जेठालाल दया का हाथ पकड कर वापर खडा करता है, और उसकी साडी उतार देता है. फिर उसका ब्लाउज फाड देता है. Kyunki दया घर पर थी, तो usne ब्रा panty नाही pehni थी. इसका मतलब है की अब दया उसके सामने गरीबी नंगी खादी थी.
जेठालाल दया को डायनिंग टेबल पर झुका देता है, और अपने कपडे उतार कर घुटने के बल बैठ जाता है. वो दया की गांड को पकड कर खोल देता है, और उसकी गीली छुट के अंदर अपनी जीभ डाल दी और देखना लगा.
दया: अहो तपू के पापा, ऐसे करते राहिये. माझा आ रहा है.
जेठालाल दया की छुट में उंगली करना लगता है, और साथ में बात भी रहा था. दया आह आह करके जेठालाल के मुह पे झाड जाती है. फिर जेठालाल दया की चुट में अपना लंड डाल देता है, और जोर-जोर से उसकी चुट मारने लगता है.
दया: आह टपू के पापा, और जोर से आह आह, और जोर से. फड दो मेरी चुट आज आह आह.
दया की बातों को सुन के जेठालाल को और जोश आता है, और वो और जोर से दया की चुट मारने लगता है. वो इतना जोर से सेक्स कर रहे होते है, की डायनिंग टेबल हिल-हिल के टूट जाता है. जेठालाल लाल दया को उठा के सोफे पे फेंक देता है, और दया से कहते है अब तेरी गांड की बारी है.
जेठालाल दया को घुमता है, और उसकी गांड के छेड पर ठोकता है. फिर thoda सा अपने हाथ पे thook कर अपने लंड पर लगा leta है, taaki लंड ghusne में समस्या ना हो. जेठालाल को गांड सोडना बहुत पासंद होता है, और उसने दया की बहुत बार गांड मेरी हुई होती है. जिसकी वाजह से दया की गांड का छेड आधीच बहुत बडा हो चुक था. जेठालाल का लंड आराम से अंदर चला गया.
jthalal usko peeche से chodne lagta है किसी kutiya की तरह. वो पूर्ण जोश में था, क्यूंकी बहुत समय बाद उनसे खुल के सेक्स करना का मौका मिला था, क्यूंकी घर पर कोई नहीं था. जेठालाल लाल उसको गले से पकड कर पेश है, और उसका एक हाथ दया के बुब्स पर होता है.
वो उसकी गांड मारते-मारते उसके चुचिया डबा रहा होता है, और निप्पल मसाल कर अन पर थप्पड मार रहा होता है. दया बहुत दर्द में थी, पर उसको भी बहुत मजा आ रहा था.
वो चिल्ला राही थी: आह आह टपू के पापा, आप तो मुझे किसी रांड जैसा छोड़ रहे हो. मुझे बहुत माझा आ रहा है. आणि जोर से सोडो.
जेठालाल और स्पीड बधता है, और दया और जोर से चिल्लने लगती है. वो इतना जोर से चिल्ला राही होती है की उसकी आवाज नीचे तक जा राही थी, और वो नीचे से गुजारते हुए बबिता ने सुन ली. बबिता फटक से वर गई और उसने देखा की दरवाजा खुला था. वो सीधा अंदर गई.
पेहले लगा की दया को कुछ हो गया था वापरा. पर जब वो वहान पर pahunchi टॅब usne देखा की Jethalal और दया kutton jaisa सेक्स कर रहे द. बबिता फटक से दीवार के पीछे छुप गई और उन्हे छुप के देखना लग गई.
Jethalal का मोटा लंड देख कर और दया के chehre पर charam सुख देख कर बबिता की Chut geeli हो गई. अब usko भी ऐसे chudne का मन करा था. पर अय्यर की छोटी लुल्ली से ये सम्भव नाही था.
तो बबिता एक योजना बनाती है और उनका फोटो खिंच लेती है सेक्स करते हुए. वो सोची है की वो जेठालाल को ब्लॅकमेल करेगी. वो फोटो खिच कर वहान से जाने वाली होती है. पर uska मान नाही कर्ता जाना का. फिर वो वहीं पर रुक कर अपनी चुट में उंगली करना लगती है.
दया और जेठालाल दोनो झाडने वाले होते है. जेठालाल अपनी स्पीड और बड़ा देता है, और दोनो एक साथ झाड जाते है, और गरीबा सोफा गेला कर देते है. दीवार के पेशे बबिता भी खुद को उंगली करते-करते झाड जाती है, और वहन से निकल लेती है.
जेठालाल अपने कापडे पाहन कर दुकन के लिए निकल जाता है. दया को किस करके जेठालाल जैसे ही दरवाजा के पास पाहुंचता है, उसका जोडी फिसल जाता है और वो गिर जाता है. वो देखते है की जमीन पर कुछ पानी जैसा गिरा हुआ होता है. पर वो इतना कुछ सोचता नहीं है, और दुकन के लिए चला जाता है (दरसाल वो बबिता की वाजह से गिला हो गया था).
आगे की कथा पुढचा भाग मी. आपको ये भाग कैसा लगा मुझे जरूर कमेंट में बताना, या ईमेल पे फीडबॅक दे देना.
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