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Friday, 11 April 2025

गाव की बहन को पेला

 हॉट विलेज पोर्न स्टोरी में पड़ोस वाले घर में मेरा खूब आना जाना था. घर की मालकिन को मैं दीदी कहता था पर मैं उनके सुंदर जिस्म को चोदना चाहता था.


दोस्तो, नमस्कार. मेरा नाम राज (बदला हुआ नाम) है.

मैं विदिशा का रहने वाला युवा हूँ.

मेरे लंड की साइज़ 6 इंच है और यह काफी मोटा भी है.

मैं एक इंजीनियरिंग का छात्र हूँ.


यह भाभी हॉट विलेज पोर्न स्टोरी उस दिन की है जब करोना काल शुरू होने में बस कुछ ही दिन रह गए थे.

मतलब यह घटना मार्च 2020 की है.


उस वक्त गांव में कम ही लोग थे.

गांव के ज्यादातर लोग पैसा कमाने के लिए बाहर के राज्यों में चले गए थे.


हमारे घर से 3 घर छोड़ कर एक सेक्सी दीदी रहती हैं. वे दूर के रिश्ते में मेरी बहन लगती हैं. उनकी शादी हमारे गाँव में हुई थी.


उनका फिगर साइज़ 34-30-36 का है.

उनकी बॉडी एकदम फिट तो नहीं है लेकिन वे चुदाई के लिए मस्त माल हैं.

खासतौर से बताऊं तो दीदी की चूचियां बड़ी मस्त हैं.


उनकी शादी को 15 साल हो गए थे.

वे पढ़ी लिखी हैं और उनके हज़्बेंड एक किसान हैं.


उनकी एक बेटी 13 साल की और एक बेटा 8 साल का है.


दो बच्चों के हो जाने के बाद भी दीदी का बदन अब भी बड़ा कातिलाना है.

हमारे और उनके परिवारों में काफी आना-जाना होता रहता है.

कुछ भी लेना देना होता रहता है.


उनके घर में कुछ मिठाई या पकवान आदि बनते हैं तो उनका बेटा या बेटी उसे लाकर हमारे घर पर दे जाते हैं.

उसी तरह से हमारे घर से उनके घर में यह सब देने मैं जाता था.


मैं दीदी के घर जब भी उनको कुछ देने जाता था, तो ज्यादातर बार मैं सुबह 9 या 10 बजे देने जाता था क्योंकि उस वक्त घर में सिर्फ़ दीदी ही होती थीं.


दीदी का भी वह वक्त नहाने जाने का होता था … या वे बाथरूम में नहा रही होती थीं.

मैं काफ़ी बार उसी समय पर गया हूँ जब दीदी बाथरूम में नहा रही होती थीं.


उस वक्त मैं जब भी उन्हें आवाज लगाता कि दीदी आप कहां हो!

तो वे बोलती- मैं नहा रही हूँ.


कभी कभी तो दीदी तौलिया, ब्रा पैंटी लाना ही भूल जाती थीं और वे मुझसे कह देतीं कि राज मेरे कपड़े ला दे.

जोकि उनके बेडरूम में रखे रहते थे.


उनकी पैडेड ब्रा देखकर मेरा लंड खड़ा हो जाता था.

मैं उनकी ब्रा को मसल कर कल्पना करने लगता कि शायद मैं दीदी की चूचियों को सहला रहा हूँ.


बड़ी बड़ी चूचियां होने के बाद भी दीदी स्पंज वाली ब्रा क्यों पहनती थीं, इसका अंदाजा मुझे अब तक नहीं हुआ था.

क्योंकि मैंने जिधर भी इसके बारे में पढ़ा था, तो यही जानने को मिला था कि जिनकी चूचियां छोटी होती हैं, सिर्फ वे महिलाएं ही स्पंज वाली ब्रा का इस्तेमाल करती हैं.


खैर … वह कुछ भी पहने मुझे उससे क्या लेना देना.


दीदी को कपड़े देने के बहाने से न जाने कितनी बार तो मैंने बाथरूम के दरवाजे में बने एक छोटे से होल से उनकी नंगी चूचियां, चूत और नंगी गांड को देखा था.


वे जब नंगी नहा रही होती थीं, तब मैं उन्हें देख देख कर वहीं अपना लंड हिला लेता और मुठ मार कर अपने घर चला आता था.


ऐसे ही एक दिन मेरे मामा हमारे लिए रसगुल्ले लेकर आए थे, तो मां ने मुझे उसमें से कुछ मिठाई दीदी के घर देकर आने को कहा.


मैं भी खुशी खुशी वह मिठाई लेकर दीदी के घर लेकर आ गया.

उस दिन भी दीदी के घर घर में कोई नहीं था.

यह मुझे पता था.


फिर दीदी के घर के बाहर खड़े होकर मैंने 2-3 बार नॉक किया और बेल भी बजाई.

पर घर से कोई आवाज़ नहीं आई ना ही दीदी दरवाज़ा खोलने आईं.


मुझे लगा कि शायद दीदी नहा रही होंगी इसी लिए वे नहीं आ पा रही होंगी.


अब मैंने एक बार फिर से दरवाजे पर खटखटाया.

इस बार भी कोई उत्तर नहीं मिला.


अब मैंने दरवाजा को अन्दर को दबाया तो वह खुलता चला गया.

मैंने सोचा कि शायद दीदी ने दरवाजा बंद नहीं किया था.


अब मैं घर में अन्दर आ गया.

पर दीदी वहां कहीं पर भी नहीं दिख रही थीं.


आखिर में मैं उनके बेडरूम की तरफ गया तो देखा दीदी की पिंक कलर की ब्रा पैंटी बेड पर पड़ी है और साथ में उनका तौलिया भी रखा है.

उनके बाथरूम से पानी गिरने की आवाज़ आ रही थी.


पानी की आवाज़ सुनकर मैं बाथरूम के पास गया और की-होल से देखा तो हैरान रह गया.

दीदी पूरी नंगी बाथरूम में अपनी चूत में कुछ डाल कर आह आह कर रही थीं और एक हाथ से अपनी एक चूची को दबा रही थीं.


जब मैंने अपनी आंखों से दीदी की तड़पती चूत को देखा तो मेरा लंड उछाल मारने लगा.

उसी जोश जोश में मैं मुठ मारना शुरू कर दी.


मुझे अहसास ही नहीं हुआ कि कब मैंने दीदी की पिंक ब्रा में ही अपना माल निकाल दिया.


जब मैं झड़ गया तो होश आया और देखा कि दीदी की ब्रा में मेरे लंड का दही टपक गया है.

तो मैं घबरा गया और दीदी की ब्रा को बेड पर फेंक कर कमरे से बाहर आ गया.


तभी मुझे बाथरूम दरवाजा खुलने की आवाज आई.

मैं वहां लगे हुए एक गहरे रंग के पर्दे के पीछे जा कर छिप गया और देखने लगा कि दीदी क्या कर रही हैं.


सॉरी दोस्तो, मैंने आपको अपनी दीदी के बारे में तो बताया था पर उनका नाम नहीं बता पाया था.

मेरी हॉट एंड सेक्सी दीदी का नाम सपना था और उनकी उम्र 33 साल थी.


जब मैंने पर्दे के पीछे से चुपके से देखा कि बाथरूम से दीदी निकल रही हैं, तो मैं उन्हें देखकर शॉक हो गया.

सपना दीदी नंगी ही सन्नी लियोनी के जैसी ही लग रही थीं और उनके दोनों दूध हवा में उछल रहे थे.


वे बेड की तरफ आ गईं और तौलिया से अपने सर को पौंछ कर उसे बेड पर रख दिया.

फिर वे पैंटी उठा कर पहनने लगीं.

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पैंटी पहनते समय उनकी चूत एक बार खुल कर बंद हुई तो मुझे लगा कि जैसे चूत ने मुझे आंख मारी हो.


उसके बाद जब दीदी ने ब्रा को उठाया और उसके एक कप को हाथ से पकड़ा, तो उनके हाथ में मेरा दही चिपचिपाने लगा.

वीर्य का अहसास पाकर उन्होंने ब्रा को ध्यान से देखी तो उन्हें समझ में आ गया कि उनकी ब्रा में किसी ने अभी अभी अपना लंड हिला कर माल डाला है.


तभी दीदी ने आवाज़ लगाई.

दीदी- राज, मैं जानती हूँ कि तुम यहां हो. छुपने की ज़रूरत नहीं है, बाहर आ जाओ … जल्दी से आ जाओ, नहीं तो आज मैंने तुम्हारे पापा से बोल दूँगी.


मैं डर के मारे परदे से बाहर आ गया- आपको कैसे पता लगा कि मैं यहां हूँ?

दीदी- तूने मेरी ब्रा में मुठ मारकर अपना माल जो गिरा दिया है!


मैं- पर दीदी मैंने ही आपकी ब्रा में मुठ मारी है, यह आपको कैसे पता चला?

दीदी- मैंने तुझे बहुत बार नोटिस किया है. जब तू मेरे बूब्स और गांड पर नज़र डाल कर अपना लंड सहलाता था! और आज तो मैंने तुमको मेरे घर में अन्दर आकर मेरे ही बाथरूम से मुझे नहाते हुआ भी देखा था … फिर तुमने जब मुठ मारना शुरू किया था, तब भी मैं देख रही थी कि तुम मेरी ब्रा को अपने लौड़े पर लपेट कर लंड हिला रहे हो. बाद में तुमने ही मेरी ब्रा में अपना माल डाला और चले गए.


मैं उनके मुँह से यह सब सुन कर सन्न रह गया था.

मेरे चेहरे पर काटो तो खून नहीं था.


दीदी- और एक दिन तो तुमने हद ही कर दी. उस दिन तुमने मेरे कमरे के बाथरूम में जाकर मेरे नाम की ही मुठ मारी थी.

मैं धीमे से बोला- पर दीदी, आपको कैसे पता चलता था कि मैं आपके नाम की मुठ मार रहा हूँ?


दीदी- साले बुद्धू … उस दिन तू बाथरूम में तो चला गया था, लेकिन दरवाजा बंद करना भूल गया था. तभी मैंने तुझे देखा और बड़बड़ाते हुए सुना भी कि तू मेरा नाम लेकर कैसे अपना लोहे की रॉड जैसे लंबे लंड हिला रहा था!

मैं- मतलब आपने मेरे पेनिस को देखा भी था और … और मेरे पेनिस को क्या बोला आपने दीदी?

दीदी हंस कर बोलीं- हां देखा था.


मैं- दीदी, वह बोलो ना कि आपने अभी अभी मेरे लंड को क्या कहा था कि कैसा लगता है!

दीदी- ओके बाबा बोलती हूँ. मैंने कहा था कि लोहे की रॉड जैसा लंड हिला रहा था. अब ओके?


मैं- दीदी मेरा लंड कैसा है?

दीदी- अच्छा है.


मैं- आपके पति से बड़ा है क्या?

दीदी- हां, उसका छोटा है, तेरा बड़ा है. अभी खुद ही देख लो कि मुझे देखकर तुम्हारा लंड कैसे लोहे की रॉड जैसे खड़ा है.


मैं- सॉरी दीदी, मैं क्या करूं … आप मेरे सामने ऐसी नंगी खड़ी हैं तो अभी भी मुझसे कंट्रोल नहीं हो रहा है!

दीदी मेरे करीब आ गईं.

वे अभी भी पैंटी में ही थीं.


मैं- दीदी, क्या मैं आपके इन दोनों बूब्स को टच कर सकता हूँ?

दीदी- राज तुम पागल हो क्या? मुझे दीदी भी बोलते हो और मेरे बूब्स भी पकड़ना चाहते हो?


मैं- दीदी, प्लीज सिर्फ़ एक बार ही टच करूँगा.

दीदी- नहीं, तुम मेरे भाई जैसे हो.


मैं- प्लीज दीदी सिर्फ़ एक बार टच करूँगा!

दीदी- राज सिर्फ़ एक बार टच करोगे और आगे कुछ नहीं करोगे?

मैं- ओके दीदी, थैंक्यू.


मैं उनके दोनों दूध अपने दोनों हाथों में भर कर मसलने लगा और एक को अपने मुँह में भर लिया.


दीदी- एयेए … अऔच यह क्या कर रहा है राज! तुमने सिर्फ़ टच करोगे बोला था और मेरे बूब को अपने मुँह में लेकर चूसने लगे.

मैं- सॉरी दीदी, आपके बूब्स इतने सॉफ्ट सॉफ्ट हैं कि मुझे दूध पीने का मन हो गया इसलिए मैंने एक को मुँह में ले लिया!


दीदी- पर राज अब मेरे बूब्स से तो दूध नहीं निकलता है!

मैं- फिर भी चूसने में अच्छा लगता है दीदी!


दीदी- नहीं राज प्लीज छोड़ दो मेरे बूब्स को, मुझे शर्म आती है!

मैं- दीदी मुझे बूब्स चूसने दो ना!


दीदी- नहीं राज, तुम मेरे भाई जैसे हो … मुझे ऐसे नंगी देख लिया इसी से मुजे बहुत शर्म आ रही है … और तुम तो मेरे बूब्स भी चूसने लगे हो! प्लीज छोड़ दो और मुझे जाने दो.


मैं दीदी की कमर को जोर से पकड़ते हुए बोला- दीदी यदि मैं आपको कुछ दूँगा, तो आप मुझे यह सब करने दोगी ना!

दीदी- मुझे क्या चाहिए? तुम यहां से जाओ और ये तुम अपना यह रॉड मुझसे दूर करो … यह मेरी गांड में घुस रहा है.


मैं- दीदी यदि मैं आपको सेक्स का सुख दे दूँ यानि मेरा लंड आपकी तड़प मिटा दे तो!

दीदी- राज तुम यह क्या बोल रहे हो?


मैं- दीदी मैंने आपको देखा है. आप अपनी चूत में कुछ डाल रही थीं! मैंने वह सब रिकॉर्ड भी किया है, यह देखो आपकी वीडियो!

दीदी- राज मेरा यह वीडियो डिलीट कर दो, तुम जो बोलोगे मैं करूँगी. तुम्हें जितने भी पैसे चाहिए, मैं दूँगी!

मैं- दीदी मुझे पैसे नहीं चाहिए, आप मेरे साथ सिर्फ़ एक बार सेक्स कर लीजिए जिससे आपकी तड़फ मिट जाए. यदि मैं आपको संतुष्ट नहीं कर सका, तो मैं आपको कभी भी परेशान नहीं करूँगा.


दीदी- पर राज तुम मेरे भाई जैसे हो … आह और मेरी पैंटी क्यों निकाल रहे हो!

मैं- दीदी, बस अब आप चुप रहो और बेड पर चलो.


दीदी- तुम पहले मेरा वीडियो डिलीट कर दो और बेड के पास आओ, मैं खुद तुम्हारी अंडरवियर अपने हाथों से निकाल दूँगी.

मैं खुश हो गया- मतलब आप मेरे साथ सेक्स करोगे दीदी?


दीदी- इतने बड़े रॉड से चुदूँगी नहीं तो क्या अपनी चूत में हर टाइम गाजर ही लेती रहूँ? राज मुझे भी तुम्हारा लंड पहले से ही पसंद है. जब तुम मेरे नाम लेकर अपना लंड हिला रहे थे, मैंने तभी सोच लिया था कि तुमसे चुदना है.

मैं- तो आपने पहले मुझे क्यों नहीं बोला?


दीदी- तो आज कैसे अपने आप दरवाज़ा ओपन था … और ब्रा पैंटी के साथ तौलिया भी बेड पर था?

मैं- मतलब ये सब आपका प्लान था मुझे सिड्यूस करने के लिए?

दीदी- यस, अब तुम देर मत करो … जल्दी से यहां आओ और मुझे तुम्हारा अंडरवियर निकालने दो.


विलेज पोर्न स्टोरी बनने लगी थी. अब हम दोनों किस करने लगे.

दोनों नंगे ही बेड पर आ गए और कुछ मिनट के लंबे किस के बाद दीदी मुझे देखने लगीं.


दीदी- राज बहुत हुआ … अब तुम अपना लंड मेरी चूत में देकर मुझे चोद दो, मेरे अन्दर बहुत गर्मी भरी है!

मैं- ओके दीदी, लेकिन पहले मैं आपकी चूत चूसूंगा … फिर चूत और गांड दोनों मारूँगा!

दीदी- ओके राज, पर जल्दी करो.


मैंने दीदी की दोनों टांगें फैला दीं और उनकी चूत पर अपना मुँह लगा कर चूसने लगा.

कुछ ही देर के बाद दीदी झड़ गईं.


फिर उन्होंने मेरे लंड को अपने मुँह में लेकर चूसा और उसके बाद दीदी बेड पर कुतिया बन कर झुक गईं.


मैंने उनकी चूत में अपना 6 इंच का लंड पेल दिया.

धकापेल चूत चुदाई के बाद मैंने उन्हें चित लिटाया और उनकी चूत को चूस कर फिर से मिसनरी में चोदना चालू किया.


मैंने दीदी के दोनों चूचे बारी बारी से चूसते हुए उन्हें जबरदस्त चोदा.

फिर वे झड़ गईं और उनके साथ ही मैं भी दीदी की चूत में ही झड़ गया.


थोड़ी देर के आराम के बाद पुनः चुदाई शुरू हो गई.

एक के बाद एक करते हुए 3 राउंड चुदाई के बाद हम दोनों बेहद थक गए और बेड पर गिर कर नंगे ही सो गए.


कुछ देर बाद दीदी उठकर फिर से मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसने लगीं.


मेरा भी मूड बन गया; मैं भी 69 में आकर उनकी चूत को मुँह में लेकर चूसने लगा.

ऐसे ही हम दोनों ने आधा घंटा तक 69 पोजीशन में सेक्स का मजा लिया.


आखिर में मैंने दीदी से उनकी गांड मारने की बात बोली.

पर दीदी ने मना कर दिया, उन्होंने कहा- उधर नहीं राज … मुझे बहुत दर्द होगा!

मैंने कहा- मैं धीरे धीरे चोदूंगा, आपको कुछ नहीं होगा, बल्कि बहुत मज़ा आएगा.


ऐसे बोलकर मैंने दीदी की चूत में अपना थूक लगाया और लंड पेल दिया.

दीदी बहुत तड़फीं मगर उन्होंने मुझे अपनी कुंवारी गांड की सील तोड़ने का भरपूर मौका दिया.


मैंने भी दो घंटे में 3 बार दीदी की गांड मार कर उन्हें छोड़ दिया और थक कर हम दोनों सो गए.


अब दीदी मेरी रांड बन गई हैं.

महीने में बीस दिन तो उनकी चूत या गांड को बजाता ही हूँ.

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