दोस्तो मेरा नाम राजू है, और मैं आ गया हु एक और गरम कहानी लेकर. कहानी है दिल्ली में काम करना वाली मेरी कॉलेज की दोस्त अवनी की.
हम दोनो कॉलेज में बस एक-दूसरे को थोडा बहुत जानेते, और कभी-कभार बात हो जाती थी. हमारे समय पर हमारे अलग-अलग ग्रुप द, और हम इतना बंद नहीं.
तो मैं आपको अवनी के बारे में बता देता हूं. अवनी बहुत ही मामुली सी लाडकी थी. 5'1″ की उंची, पाटली कमर, लांबे बाल, और गेहरा सावला रंग. मुझे तो वैसे काला रंग देख कर भी कॉफी हवास चढती है. पर अगर देखा जाए तो सबी लाडके गोरी लड़कियों पर झ्यादा मरते है.
मेरी भी गर्लफ्रेंड कॉलेज में एक गोरी-चिट्टी रांड जैसी लाडकी थी. और सबी लडकों की तराह में भी कभी अवनी पर प्रयत्न नही मारा.
पर इन सुंदर लड़कियों के नखरे बहुत होते है, और मेरी वाली ते एक नंबर की रांड निकली. साली आधे कॉलेज से चुडवा चुकी थी. पर वो कहानी फिर कभी.
पर अब मैं सोचा की अपने से सुंदर लाडकी के पेशे भागने की बजाये सामान्य लडकी पर लाइन मारो. वो आराम से पट भी जाती है, और सेक्स में भी झ्यादा नाटक नहीं करता.
अब मैं कहानी पर आते है. ये कॉलेज के बाद की बात है, जब हम लोग काम कर रहे थे. अवनी दिल्ली में नौकरी करती थी, और मैं पुणे में. हम बस इंस्टा पर कनेक्टेड, और कभी-कभार एक-दूसरे की फोटो जसे की कर देते.
एक दिन एक पिक में अवनी बहुत ही हॉट लग रही थी. मी टिप्पणी कर दिया वापरा. फिर वहन से हमारी बातें शुरू हुई. हमने व्हॉट्सॲप पर खूब सारा बतियाना शुरू किया.
मैं बातों ही बातों में उससे काफी फ्लर्ट भी करता था, और उसकी हर फोटो पर बहुत तारीफ भी करता था. कुछ ही समय में हमारी किस हग्स वाली इमोजी भी चालू हो गई.
अवनी भी ऐसी लडकी थी, जिसको कभी भव नही मिला, तो भी माझा आ रहा था. और मेरे जैसे लड़के से इतना ध्यान उपयोग बहुत ही अच्छा लगा रहा था. मुख्य उपयोग कायी बार मिलने का प्लान करना का भी कहता था. पर कभी योजना नहीं बन पाता था.
फिर दिवाळी के समय पर जब हम घर आये अपने भोपाल में, तो मैने उपयोग फिर मिलने का कहा. इस बार उसे भी हा कर दी. मुख्य उपयोग अपनी कार में लेने चला गया. Usne मुझे uske घर से thoda दरवाजा bulaya था. मैं समय से पहले ही वहन जा कर खडा हो गया. जैसे ही वो आयी तो मैने उपयोग कसा कर गले लगा लिया और कहा-
राजू : हाय… कैसी है तू?
अवनी : मैं थीक हू, तू कैसा है?
राजू : मैं भी बढिया हु. क्या बात है, सामने तो और भी बहुतबसूरत लग रही है.
अवनी (शरमते हुए): कुछ भी बोल रहा है.
अवनी ने लो कमर जीन्स और क्रॉप टॉप पेहान राखा था, और उसकी पाटली कमर बहुत ही सेक्सी लग राही थी. मैं uski kamar पर हाथ रख कर उपयोग कार की तरफ ले गया, और कार का गेट खोल कर उपयोग अंदर Bithaya. फिर मैं भी अंदर जा कर बैठ गया और हम कॅफे की लिए निकल गए.
मैं ड्राइव करते-करते uska हाथ pakad लिया. उसने भी कुछ मना नाही करा. फिर dheere से हाथ को uski जांघे पर tika दिया. Thodi डर में गियर बदल karne की liye मैं हाथ chhudaya, और फिरसे uski जांघे पर rakh दिया. अबकी बार मैने उसकी जांघे पकड ली, और फिर धीरे-धीरे हाथ आतल्या मांडी की तरफ ले गया.
राजू : कितने समय से योजना कर रहे थे, अब जा कर मिली है तू.
अवनी : हा, और तू बिलकुल वेळ वाया नाही कर रहा.
राजू : मैं क्या करू, तुझे देख कर रुका नहीं जा रहा, इतनी गरम जो लग रही है.
अवनी : रुक जा रुक जा, कहीं नहीं जा राही में. अभी तो मिले है.
ऐसी ही बात करते-करते हम एक कॅफे तक पाहुंचे. ये कॅफे सिटी से थोडा बहार है. आस-पास सुनसान जग है, और अंधेरा भी रहता है.
कॅफे की बहर गाडी लगा कर हम कॅफे में चले गए. वहन भी मुख्य उपयोग छुने का बिलकुल मौका नहीं छोड रहा था. उस कैफे में हमारे सिवा और कोई था भी नहीं था हमारा समय, तो जब भी कोई वेटर नहीं हो मैं अवनी को यहाँ-वहान छुए जा रहा था.
मैं उसके कान और गार्डन पर चूमना शूरु कर दिया. थोडी डर बाद uska भी kaabu नाही राहा. Shayad वापर pehli bar नेक किस का Maza मिल रहा था. उसने मना करना भी बँड कर दिया, और फिर मैं उसे होंथो को चूम लिया.
अवनी भले ही छोटी सी पत्ली सी लाडकी थी, पर उसके बहुत ही रसीले द. उन्हे चुनने में बहुत ही माझा आ रहा था. कॅफे में बैठे-बैठे मैं उसके टॉप के ऊपर से ही उसके बुब्स भी दबने शुरू कर दिया.
शाम हो चुकी थी और अंधेरा भी हो गया था. तो हम बिल पे करके बहार जाने लगे. मैं पहले ही कार कॅफे से थोडी दार पर राखी थी, जहाँ गरीब सुनसान हो जाता है. वहन पर जोडपे गंडे काम करना ही आते है.
कार तक जाते-जाते भी अब मेरा हाथ उसकी कमर से नीचे खिसक कर गांड पर आ गया था, और मैं अपने हाथो से उसकी गांड सेहला और डबा रहा था.
अवनी : क्या कर रहा है, कोई देख लेगा.
राजू : आगर कोई नहीं देखे तो तुझे तो कोई समस्या नाही?
अवनी : मेरा ये मतलब नहीं था.
मुख्य उपयोग कार के पास ले-जा कर फिर से choomne लगा.
अवनी : ऐसे खुले में नाही.
मैने फिर कार अनलॉक करी. इतने में अवनी आगे के गेट की तरफ जाने लगी. मैने उसकी कमर पर हाथ रख कर अपने पास खिंचा, पीचे का गेट खोल, और उसके गले पर चूमते हुए कहा-
मुख्य: वहन नाही यहाँ.
फिर हम दोनो अंदर घुसे. मैने झट से सारी खिडकी पर छाया लगाया, और पीछे की सीट गिरा कर बेड बना लिया. अवनी थोडा घबरा गया.
उसने कहा: हम इतना झ्यादा भी नहीं करना वाले है.
मैं uske ओठ पर ungli राख कर उपयोग shhh कहा, और फिर choomna shuru कर दिया.
आगले भाग में पढे, की कार मैं फिर क्या-क्या हुआ.