मेरी छुट्टी हुई थी तो मैं माँ के साथ गाँव गया था। वहाँ हमारा संयुक्त परिवार है.. पापा की नौकरी की वाजे से वो वहाँ रहते हैं।
ये बात आखिरी दिन गांव की है उसका अगले दिन में माँ वापस आने वाले थे। उस दिन दोपहर को गांव में बहुत बारिश हुई जिसका करण करंट चला गया और पता चला कि पेड़ गिरने की वजह से वायर कट गया और उसका दिन करंट नहीं आएगा। बारिश तो बंद हो गई लेकिन गर्मी बहुत ज्यादा थी और घर में बहुत गर्मी हो रही थी लेकिन बाहर अच्छा हवा चल रहा था।
तो सब रात को खाने की बाद बाहर खटिया दाल के सोने लगे, सिवाय मेरे और माँ के, क्योंकि माँ घर की बहू थी तो सबके सामने वो ना सोती थी। के वाजे से निंद नई अरहथा तो मेंह इधर उधर हो रहा था तब देख माँ की खिड़की से मस्त हवा आरे ही और डायरेक्ट बेडको जा रे है तो मेह जाके माँ के बगल में लेट गया और हवा का आनंद लेने लगा
थडी हाय डेर में माँ मेरे तरफ आगे और येसे ही उनका शरीर मेरे शरीर से स्पर्श हुआ वो करीब आएँगे और अपने एक तंग मेरे ऊपर करके मुझे कास के पकड़ के लिए गर्मी के कारण से मह सिर्फ पैंट पहचान और वो मेरे सीने पर अपना सिर रख के सोने लगे। मेरे शरीर में करंट जैसा लगा..मेह इस पहले बहुत सारे सारे लड़की, औरत की चुदाई किया था क्योंकि मैं एक मॉडल हूं और मुझे हाउसवाइफ, लड़कियों आदि से सेक्स के लिए कॉल किया है क्योंकि मुझे सेक्स बहुत पसंद है, मेह अधिकतम ग्राहकों को सेवा देता था।
मैंने देखा माँ सिर्फ पेटीकोट में है गर्मी के कारण से वो अपना सारे कपड़े खोल दिए हैं..पेटीकोट स्तन के थोड़े ऊपर से बंधा हुआ था तो माँ जब एक तंग मेरे ऊपर क्रके सो रही थी उनका पैंटी दिख रहा था..मेह अपने एपी को कंट्रोल नहीं कर पाया मेरे दिमाग में माँ को चोदने की ख्याल आया बुतदार था कहीं उठ ना जाए..थोड़ी देर में हिम्मत करके में अपना पैंट से लंड बाहर किया..सबको बता दूं कि मेरा लंड 10″ लंबा और 4″ मोटा है और माँ के स्पर्श से लंड पूरा खड़ा हो गया था…
मेह लंड को सेट करके घुमाने के लिए सोच रहा था कि ताकी लंड माँ के चूत से टच हो जाए.. और मेने पूरा त्यारी से घुमा और माँ को कस के पकड़ लिया मेरे लंड पूरा फोर्स के साथजके चूत से टकराया..मेह जल्दी बाजी मेह माँ की पैंटी के नंगे में भूल गया था जो लंड को अंदर जाने से रोक रहा था..तब अचानक माँ उठगे और बोली (ढेर से)
माँ: आप अभी आ रहे हैं मैं कबसे इंतिज़ार कर रहा था आपका..
और माँ और जोर से पकड़ ली
मुझे लग रहा था माँ मुझे पापा समझ रहे हैं..
माँ फिर बोली
माँ: आला दूध है पीलो और दरवाजा बंद कर आओ सामने कमरे में बेटा सोया है..
मैं ये सुनके कन्फर्म हो गया कि माँ मुझे पापा समझ रही है।
मेह धीरेसे उठा बाहरगाके देखा सब गहरी नींद में सोया है और फिर वापस आ गया..और कमरे में ताला लगा दिया तब माँ बोली बिस्तर के आला ग्लास है दूध का छिलका और उसके साइड पे कंडोम है..मोबाइल के लाइट से देख के पिलो दूध पहले..कमरा तो पहले से पूरा अँधेरा था..दरवाजा बंद करने से और अँधेरा हो गया था.मेह अपना कपड़े उतार दिया और पूरा नंगा हो गया..
और थोड़ी मुश्किल से दूध के गिलास ढूंढ के पिया..और देर न करके कंडोम लगा लिया और बिस्तर पर लेट गया और माँ को चूमने के लिए उसका पैंटी जोर से खींच लिया..पेटीकोट को वी निकल के फेंक डाला.
तभी अचानक मेरे सर चक्कर काट दिया और रुक गया..तब माँ मेरे ऊपर आ गईं और पागलों की तरह चुंबन करने लगे और एक एक करके चुंबन कर गए..
5 मिनट खराब चक्कर ठीक हुआ और उसके साथ थडा एनर्जेटिक लगा और अचानक मेरा 10 इंच का लंड और स्ट्रेच होने लगा..ऐसा पहले बार मेरे साथ हो रहा लंड बड़ा होके 14″ इंच के करीब हो गया था..ये क्या हो रहा था समझ में नहीं आ रहा था।
लंड की बधने से कंडोम टूट गया था..तब मेह दूसरा कंडोम लेने उठा तो माँ पुची
मां: कहां जा रहे हैं कृपया कहें और मुझे जल्दी छोड़ें..आप का वीर्य से कुछ नहीं होगा आप को तो खड़ा ठीक से नहीं होगा..आज मैं एक दवा डाली हूं दूध में आऊंगा जल्दी छोड़िए
मेह सुनके कन्फर्म होगया कि लंड बढ़ाने का दावा का असर था.. और मेह वी बोहोत हॉर्नी हो गया था तो मेह डेरी ना करके मॉम पे टूट पड़ा उनका निपल्स चूसा, हर इंच बॉडी का किस किया..टीबी मॉम बोली अब चोदो प्लीज और अपने तांगे फाड़ दी..मेह लंड चुत पे सेट ही किया था कि मॉम मुझे पकड़ के अपने तरफ खिंच लीजिए और एक ही झटके में 7” से ज्यादा लंड अन्दर चला गया माँ अपने दर्द को सह के हल्की सी सिसकारी मार रहे थे कोई सुन ना ले क्रके..
तभी मुझे अपना दोनों हाथों से माँ के हाथ पकड़ा और चोदने लगा।
माँ: आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआअहह मर गई जी आपका लंड बहुत बड़ा हो गया है दवा से..सह नहीं पा रहे हैं..प्लीज़ निकाल दो पर मुझे कुछ ना सुना और ऐसे ही चोदता है..माँ को स्तन चूस चूस के..
10 मिनट खराब माँ को बहुत मजा आने लगा पर मेरा 8 इंच कलुंड हिगया था और बहुत बाकी था। मैंने सोच लिया माँ को शक नहीं जैसा इतना सही चोदूंगा..
माँ: आआआआआआआअहह ऐसे ही चोदते रहिये बहुत मजा आ रहा है..बस तेजी से कर रही हो..
ऐसे करीब एक घंटे केचुदाई के बाद मुझे झड़ने वाला था तो मुझे माँ से बोला मुझे झड़ने वालाहूं..
तभी माँ अपनी पर मेरे पीछे लेके लॉक क्रैक रखके बोली जोर से करती रहिए मेह तीसरी बार झरने वाली हूँ..मेह तवी थडा स्पीड बधादी..
माँ: आआआआअह्हह्हह्ह..आई लव यू जानू..मैं तुम्हें बहुत मिस करूंगी आप जल्दी अपना ट्रांसफ़र करालो..आज की रात मेरे सबसे हसीन चूहा और इसे वैसे चोदते चोदते मुझे मेहसूस हुआ कि 10″ से ज्यादा लंड माँ के साथ चुदाई कर रहा हूँ..
मेह: मेह गया आआआअहह
माँ: हन मेह वी बोलके माँ कास के पकड़ के लिए और जोर से अपनी तरफ खींच रहे थे..टीवी अचानक मेरे पैरों से जो सपोर्ट देके चोद रहा था।बेडशीट के फिसलने से मेह माँ पे गिर गया
माँ: आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआ
मेरा पूरा लंड माँ के अन्दर और झड़ गया..30 मिनट तक करीब ऐसे लेते रहे
माँ:आपका लंड आज मेरा पेट तक पकड़ गया..और पता है आप आज बहुत वीर्य निकाल रहे हैं मेरे अंदर से तो उसकी गर्मी से और एक बार झड़ गए..और मेरे होंठों को चूमने लगी..
मेह किस क्रके लंड बाहर निकलने की सोच रहा था कि माँ कस पकड़ ली
माँ: प्लीज़ मत निकालो अवि तक तुम्हारा लंड हार्ड है..आज ऐसे ही सोजाए..
मेह वी उसी तरह लेता रहा। थदे डेर मॉम सो गे..और लंड वी ढीला हो गया था..मेह लंड निकला और टॉर्च लगा के अपना कपड़ा पहन लिया। जब बिस्तर को देखा तो खून की कुछ जगह है..माँ के चूत के तरफ देखा तो देखा उनकी चूत पूरी फट के खुल गई है..जैसा पानी पाइप जैसा बड़ा सा छेद दिख रहा था..