दोस्तो, मेरा नाम रवीश कुमार है और मैं रांची का रहने वाला हूं। मैं 25 साल का हूं, मेरा लंड 6 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है।
मेरे दोस्त कुणाल, 25 साल का है और उसकी गर्लफ्रेंड निधि 22 साल की है, ये सेक्स स्टोरी उनके बारे में है।
पहले मैं निधि के बारे में बता दूं कि निधि बहुत ही खूबसूरत है, सेक्सी है, बहुत ही कामुक स्वभाव की है, उसका फिगर बहुत ही अच्छा है, बड़े-बड़े चूची हैं, गांड एकदम फली हुई है। सेक्स की बहुत बड़ी भूख है, वो हमेशा सेक्स करने को आतुर रहती है।
कुणाल ने मुझे पहले भी बताया था कि निधि सेक्स में बहुत रुचि दिखाती है, वह बहुत ज्यादा सेक्स करना चाहती है, वह सब पोजीशन पर सेक्स करना चाहती है। निधि को चूत चुदाई के लंबी लंबी दौर पसंद हैं, उसे तेज़ तेज़ धक्के पसंद हैं। वो लड़की अपनी गांड मरवाना भी पसंद करती है। निधि को वाइल्ड सेक्स और रफ सेक्स भी पसंद है।
मुझे कुणाल ने ये भी बताया था कि निधि के पहले भी सेक्स अफेयर्स रह चुके हैं और पहले भी बहुत लंड ले चुकी है। कुणाल ने निधि के दोस्तों से पता लगाया था कि वो कॉलेज में बहुत सारे लड़कों के साथ चुदाई कर चुकी थी। चुदाई करना उसे बहुत पसंद था, उसे नये-नये लंड के साथ सेक्स करना बहुत पसंद था।
कुणाल हमेशा निधि को चोदने के लिए मेरे रूम का इस्तमाल करता था, वो हमेशा निधि को लेकर मेरे रूम पर आता था। वे दोनो दिन भर सेक्स करते थे, उसके बाद चले जाते थे। लेकिन जब वे दोनों जाते थे तो निधि का चेहरा देख कर लगता था कि कुणाल निधि को खुश नहीं कर पाता था।
एक दिन की बात है, कुणाल और निधि मेरे रूम पर चुदाई कर रहे थे। अचानक से कुणाल को कुछ काम आ गया और उसने निधि को मेरे कमरे पर छोड़ कर जाना पड़ा।
अब मैं और निधि घर पर अकेले थे, तो मैं निधि से बात करने के लिए कमरे में चला गया। कमरे में से कंडोम की सुगंध आ रही थी। बिस्तर की चादर की सिलवटें चुदाई की दास्तान बता रही थी।
निधि कमरे में बिस्तर पर लेती हुई थी, वो थोड़ी उदास लग रही थी।
हम दोनो बात करने लगे। बात करते-कराते हम लोग नॉन-वेज बातें करने लगें। वो अपनी चुदाई की बातें बताने लगी, बातों ही बातों में उसने मुझे बताया कि कुणाल उसे खुश नहीं कर पाता है और वो रोने लगी।
मैं बगल में ही बैठा हुआ था, उसने मेरे कंधे पर अपना सर रख दिया। मुख्य उपयोग चुप करणे के लिए उसके सर को सहलाने लगा। समझते-समझते मेरे और निधि के होंथ आपस में नज़दीक आ गए, मैं निधि को किस करने लगा, निधि मेरा पूरा साथ देने लगी।
हम लोगों ने लगभाग 10 मिनट तक किस किया। निधि पूरे जानवरों की तरह मेरे होठों पर टूट पड़ी, लग रहा था जैसे वो मेरे होठों को खा जाएगी। मुझे ऐसा लग रहा था जैसे निधि ने सालों से किस नहीं किया है।
मैं धीरे-धीरे किस करता हूं निधि के चुचे दबाने लगा और वो मेरे लंड को सहला रही थी, हम दोनों बहुत मजा ले रहे थे।
निधि के चूचे को दबते-दबाते मैंने उसका टॉप उतार दिया और उसकी मुलायम चूची को चुनने लगा। वो पूरी मस्ती में अपनी कामुक आवाज उम्म्ह … अहह … हय … ओह … निकल रही थी। उसने मेरी पैंट की चेन खोलकर मेरा लंड बाहर निकाल लिया और उसके हाथ से हिलने लगी।
लड़की के हाथ से लंड सहलाने में मुझे भी मजा आने लगा, मैंने भी जींस के ऊपर से ही निधि की चूत को सहलाना शुरू कर दिया। अब तक निधि बहुत ज्यादा गरम हो चुकी थी। मैंने उसकी जींस का बटन खोल दिया, फिर ज़िप भी खोल दी और जींस को नीचे सरका दिया।
मैंने देखा कि उसकी पैंटी चूत के पास से उसके निकले रस से पूरी गिली हो चुकी थी।
तभी निधि ने मेरा लंड अपने मुँह में लेकर चुनना शुरू कर दिया। निधि मेरे लंड को एकदम रंडी की तरह चूस रही थी, काट रही थी। निधि कभी मेरे लंड को जीभ से चूसती, चाटती तो कभी दांत से काटती। उसकी कामवासना पूरी उफान पर लग रही थी। शायद मेरा दोस्त उसे बीच में ही छोड़ देता था।
Maine Mauke ka fayda uthaaya aur Maine uske munh ko chodna shuru kar diya. करीब दस मिनट तक मुंह छोड़ने के बाद मैं उसके मुंह में ही झड़ गया, वो मेरा सारा पानी पी गई।
उसके बाद निधि ने मुझे अपनी चूत चाटने के लिए इशारा किया। मैं भी उसकी चूत को चाटने लगा. उसकी चूत पहले से बहुत गिली थी। मैं चूत चाटने लगा तो वो मेरे बालों से खेलने लगी और मेरे बालों को सहलाने लगी, जिसे मुझे मजा आने लगा।
वो मेरे मुँह को अपनी चूत में दबाने लगी। लग रहा था जैसे वो मेरे मुँह को अपनी चूत के अंदर घुसा लेगी। पांच सात मिनट बाद चूत चुनने के बाद वो झड़ गई, मैंने उसका सारा पानी पी लिया।
लेकिन निधि का आदमी भरा नहीं था, निधि ने मुझे फिर से उसकी चूत चुनने को कहा। इस बार निधि ने मुझे बिस्तार पर नीचे लिटाया और अपनी चूत मेरे मुंह के ऊपर रख कर बैठ गई, मेरे मुंह को छोड़ने लगी।
अपनी चूत को पांच मिनट तक मेरे होठों पर रगड़ने के बाद वो घूम कर 69 की पोजीशन में लेट गई। अब निधि दोबारा मेरे लंड को चूस रही थी और मैं उसकी चूत चूस रही थी।
5 मिनट के बाद उसने मुझसे कहा- रवीश यार...अब मुझे छोड़ दो! मैं अपने दूसरे कमरे से कंडोम लेकर आया।
निधि ने एकदम प्रोफेशनल रंडी की तरह मुंह में कंडोम रख लिया, कंडोम को मुंह में फंसा कर मेरे लंड में कंडोम पहन लिया। निधि का ये अंदाज़ मुझे बहुत अच्छा लगा।
मैं निधि के ऊपर आ गया और अपने लंड को उसकी प्यासी चूत पर सेट करके मैंने एक धक्का लगाया। मेरा लंड बड़े आराम से एक बार में ही पूरा अंदर चला गया। लेकिन निधि ने दर्द होने का झूठ दिखाया और मन करने लगी, रुकने को कहने लगी। मुझे पता था कि साली रांड नौटंकी कर रही है। लेकिन मेरे बराबर सेक्स का भूत सवार हो चूका था, तो मैंने उसे गंदी गंदी गालियां देते हुए चोदना शुरू कर दिया।
वो उम्म्ह… अहह… हय… याह… करती हुई चुद रही थी। मजा आ रहा था इस्तेमाल करो. वो मेरे नीचे लेती हुई अपनी चूत उधा उधा कर चूत चोदन में मेरा पूरा सहयोग कर रही थी और मजा ले रही थी।
मैंने निधि को 20-25 मिनट तक लगातर हचाक हचाक कर चोदा। जिसमें निधि दो बार झड़ गई, जिसकी चादर भी गीली हो गई।
उसके बाद मैं भी कुछ तेज़ धक्के लगाकर उसकी चूत में ही झड़ गया क्योंकि मैंने कंडोम लगाया था तो कोई डर नहीं था।
उसके बाद हम दोनों अगल बगल लेट गए और बातें करने लगे। बीच बीच में हम चूमा चाटी भी कर रहे थे. नीचे नीचे मेरे लंड को अपने हाथ में लेकर खेल रही थी।
मेरा लंड थोड़ी देर खड़ा हो गया तो मैंने निधि से गांड मारने की बात की, निधि बिना किसी अनकनी के तुरंत राजी हो गई।
उसने अपने पर्स से वैसलीन क्रीम निकाल दी। मुख्य कंडोम लेने दूसरे कमरे में जाने लगा तो उसने मुझे रोका और अपने पर्स में से कंडोम निकाल कर मेरे लंड पर चढ़ा दिया और उस पर वैसलीन क्रीम लगा दी ताकि लंड आसान से उसकी गांड में चला जाए।
फिर मैंने उसे घोड़ी बना कर गांड के छेद पर लंड लगा कर जोर लगाना शुरू किया और मेरे लंड का सुपारा अंदर घुस गया। इस बार शायद निधि को थोड़ा दर्द हुआ, वो रोने लगी और उसकी आंखें बाहर आने लगीं।
2 मिनट तक मैंने उसकी नंगी पीठ को सहलाया और किस किया। उसके बाद मैंने फिर से एक ज़ोर का धक्का मारा और मेरा पूरा लंड निधि के गांड में समा चुका था।
निधि बिस्तर पर गिर गई क्योंकि वो इस धक्के के लिए तैयार नहीं थी।
5 मिनट तक रुकने के बाद मैंने धीरे-धीरे लंड को अंदर बाहर करना शुरू किया, लंड अपनी जगह बना चुका था। फिर मैंने धक्के लगाना तेज़ कर दिया, मैं निधि की गांड की ज़ोरदार ठुकाई कर रहा था।
अब मैं लंड को पूरा बाहर निकालता हूं और एक बार में अंदर डाल देता हूं। जिसे निधि को दर्द भी होता और मजा भी आता। कभी-कभी मैं गांड मारता-मारता लंड निकाल कर अचानक से चुत में डाल देता। चूत में धक्के मारने लगता है, मुझे निधि को बहुत मजा आ रहा था। मैं बारी-बारी निधि की गांड और चूत एक साथ छोड़ रहा था।
निधि की चूत इस बीच एक बार और झड़ चुकी थी।
लगभाग आधे घंटे की चुदाई के बाद मैं निधि की गांड में ही झड़ गया।
इस तरह से मैंने निधि को एक घंटे जामकर चोदा। वो अपनी चूत और गांड चुदाई में मिले आनंद के कारण बहुत खुश नजर आ रही थी।
उसके बाद हम लोगों ने कुछ देर आराम किया। तब निधि नंगी ही बिस्तर से उठी और उसने अपने आप को बाथरूम में जाकर साफ किया।
थोड़ी देर बाद कुणाल आ गया। उसके बाद निधि और कुणाल फिर से कमरे में चले गए, कुणाल और निधि ने फिर से चुदाई की।
चुदाई करने के बाद वे लोग चले गये.
तब से निधि से मेरी सीधी बात होने लगी, अब जब भी हम लोगों को मन करता है, हम लोग मिलकर चुदाई करते हैं।
अगली कहानी में आप लोगों को बताऊंगा कि कैसे मैंने और निधि ने अन्तर्वासना पर एक जोड़े के साथ ग्रुप सेक्स किया।