Sunday, 16 February 2025

गांव में मम्मी के कांड-2

 माँ की चुदाई कहानी के अगले भाग में आपका स्वागत है। शुरू करते हैं.


मैं भाग के उस मकान के पास पाहुंचा। काफ़ी पुराना मकान था वो, स्टोररूम प्रकार। मैं मकान के पीछे पहूंचा तो एक खिड़की थी। लेकिन वो अंदर से बंद थी। लेकिन एक छोटी सी जाली वाली खिड़की भी थी।


मैं चुप के उस खिड़की पर पहूंचा और अंदर देखने लगा। उफ्फ्फ, अंकल ने पीछे से मम्मी को पकड़ रखा था, और दोनों हाथो से ब्लाउज के ऊपर से मम्मी के मोटे-मोटे दूधो को मसल रहे थे, और गले पे किस कर रहे थे।


मम्मी: सस्शह आआहह राजेश छोड़ो मुझे, मत करो आआहह।


अंकल: साली रांड, बहुत ज्यादा नखरे दिखाने लगी है तू आज-कल. आज तेरी चूत में अपना पानी डाले बिना नहीं जाने दूंगा।


तभी अंकल ने मम्मी की साड़ी का पल्लू खींचा, और मम्मी की साड़ी खुल गई।


अंकल : उफ्फ्फ्फ़ मेरी रानी. देखो अपने इस जिस्म को, कितनी हॉट हो तुम। तुझे भी पता है ये तेरा गदराया हुआ बदन मेरी देन है।


मम्मी: तुम पूरे जानवर बनते जा रहे हो।


अंकल ने मम्मी के बाल पकड़ के कहा-


अंकल: साली मेरे इसी जानवर वाले रूप की तो तू दीवानी हुआ करती थी। कैसे तुझे बिस्तार में रगड़-रगड़ के चोदता था, और आज नखरे दिखा रही है।


मम्मी: तुम समझते क्यों नहीं हो, अब पंकज आ गया है। उसने अगर हमने साथ देख लिया, तो क्या होगा?


अंकल: अरे मेरी जान, ऐसा कुछ नहीं होगा.


मम्मी: 2 बार हम बच गये हैं। अगर हमने साथ देखा होगा तो?


अंकल: ऐसा कुछ नहीं होता. लेकिन उस दिन जो तूने मेरे साथ किया, वो गलत किया।


मम्मी: तुम्हें कितना रोक रही थी. लेकिन तुम नहीं माने, और सिर्फ ब्लाउज के 2 बटन भी तोड़ दिए।


अंकल ने मम्मी की कमर को कस के पकड़ के उनको दीवार से चिपका दिया, और गले पे किस करने लगे। वो एक हाथ से ब्लाउज के ऊपर से स्तनों को मसलने लगे।


मम्मी: आआअहह सस्शह, हम पकड़ जायेंगे.


अंकल : साली रांड, बड़ी सेक्सी है तू.


मम्मी: मुझे फिर से प्रेग्नेंट मत कर देना।


ये सुन कर मैं शॉक हो गया. मेरा छोटा भाई अंकल का बेटा है। मेरे छोटे भाई की वजह से मम्मी मुझसे शहर में मिलने बहुत कम आती थीं।


अंकल मम्मी को खूब मसल रहे थे. उनके स्तनों को मसलते हुए उनके गले को छू रहे थे, और मम्मी भी अब गरम हो चुकी थी। वो ज़ोर-ज़ोर से सिसकियाँ भर रही थी सस्शह आआहह सस्शह करके।


सिस्कियों से मम्मी के स्तन ऊपर-नीचे हो रहे थे। अब अंकल किस करते हुए मम्मी के पेट पे पहुँच गए, और मम्मी के पेट को छूने और काटने लगे। मम्मी तो जैसी चूत की आग में पागल सी हो गई थी, और अपने दांतों से अपने होठों को काट रही थी।


मम्मी: आआआहहह राजेश, तुम मुझे पागल बना देते हो। मैं भूल जाती हूं कि मैं एक शादी-शुदा औरत हूं, और एक गैर मर्द के साथ आआअहह आअह्ह्ह्ह।


अंकल: हा मेरी रांड, तुझमें गर्मी ही इतनी है. इसलिए तो तुझे इतना चोदता हूँ. तेरा पति तो तेरी चूत की आग शांत नहीं कर सकता।


अंकल मम्मी के नाभि में जीभ डाल के चाट रहे थे, और एक हाथ ऊपर ले जा कर ब्लाउज के ऊपर से हाय स्तन मसल रहे थे।


अंकल अब धीरे-धीरे मम्मी की साड़ी ऊपर उठाने लगे, और अपना हाथ साड़ी के अंदर मम्मी की चूत पर ले गये। वो साड़ी के अंदर हाथ डाल के रगड़ने लगे। मम्मी ज़ोर-ज़ोर से सिसकियाँ भर रही थी, और अंकल के बालों को सहला रही थी। अंकल ने मम्मी की पैंटी नीचे सरका दी, और मम्मी की चूत मसलने लगे।


मम्मी: आआअहह स्स्सशह राजेश.. मेरी चूत आआआहहह.


अंकल मम्मी की चूत में ज़ोर-ज़ोर से उंगली कर रहे थे, और मम्मी फ़ड़फड़ा रही थी। उनकी 2 उंगलियां मम्मी की चूत में अंदर-बाहर हो रही थीं, और मम्मी आआह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्ह कर रही थी।


अंकल ने 5 मिनट मम्मी की चूत में उंगली की। चूत पूरी गीली हो चुकी थी। मम्मी की सांसें बहुत तेज़ चल रही थीं, और मम्मी के स्तन ऊपर-नीचे हो रहे थे। उनका क्लीवेज ब्लाउज में बहुत ही सेक्सी लग रहा था। उसके बाद अंकल खड़े हुए, और अपनी पैंट खोलने लगे, और पैंट नीचे करके अपना लंड बाहर निकाला। बहुत ही मस्त लंड था अंकल का, करीब 7 इंच का होगा।


अंकल : चल मेरी रांड, शुरू हो जा.


फिर अंकल ने मम्मी के बाल पकड़े, और उनको घुटनो पे बैठा दिया। उसके बाद लंड मुँह में डाल दिया, और ज़ोर-ज़ोर से मम्मी के मुँह की चुदाई करने लगे। मम्मी के मुँह से उम्म्म्म गमक्कक गक्ककक की आवाज़ आ रही थी

अंकल: चूस इसको दर्द से आह्ह.


अंकल ने कस के मम्मी के बाल पकड़ रखे थे। मम्मी को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। उसके बाद अंकल ने मम्मी को छोड़ दिया, और मम्मी गहरी सांस लेने लगी। उनके मुँह में से थूक निकल रहा था, जो सीधा जा कर उनके ब्लाउज पे गिर रहा था।


अंकल का लंड भी पूरा टाइट हो चुका था। उन्हें एक बार मम्मी के बाल पकड़ के लंड चुसवाया, और मम्मी को खड़ा करके, उनके पीछे जा कर, मम्मी की साड़ी उठा दी। फ़िर मम्मी को आगे की तरफ झुका के अपना लंड मम्मी की चूत पर सेट किया, और लंड को रगड़ने लगे।


फिर अंकल ने एक धक्का दिया, और मम्मी की गाल निकल गयी। आआअहह. उसके बाद अंकल ने मम्मी के बाल पकड़े और पीछे से जोर-जोर से धक्के देने लगे फच्च्ह्ह फच्च्ह्ह फच्च्ह्ह। लंड चूत में अंदर-बाहर हो रहा था, और मम्मी ज़ोर-ज़ोर से सिसकियाँ भर रही थी सस्शह आआअहह माआ ओह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्ह।


अंकल: साली रांड, उस दिन मुझे चोदने नहीं दिया था ना. आज देख कैसे तेरी चूत फटती है, चुदक्कड़ साली।


मम्मी: आआआआअहह सस्शह आराम से प्लीज़.


अंकल मम्मी के बाल पकड़ के ज़ोर-ज़ोर से धक्के दिए जा रहे थे, और मम्मी को किसी रंडी की तरह चोद रहे थे। उनको ढक्को से मम्मी के स्तन ब्लाउज में ही ऊपर-नीचे हो रहे थे। मम्मी का मंगलसूत्र भी ज़ोर-ज़ोर से हिल रहा था, और चूड़ियाँ खन्न-खन्न कर रही थी।


अंकल मम्मी को गन्दी गालियाँ देते हुए 10 मिनट तक उसी पोजीशन में चोदते रहे। मम्मी की चूत भी अब खुल चुकी थी, और दर्द भी कम हो चुका था। और अब वो भी मजे से चुदवा रही थी।


फिर अंकल रुके, और उन्हें मम्मी को खड़ा किया, और अपनी तरफ घुमा के किस करने लगे और मम्मी को दीवार से चिपका दिया। मम्मी भी अब फुल सपोर्ट कर रही थी अंकल को, और मुँह में मुँह डाल के किस कर रही थी।


अंकल का जोश बढ़ चुका था। मम्मी के ब्लाउज को दोनों हाथों से पकड़ के फाड़ दिया। ब्लाउज के सारे बटन टूट गए, और मम्मी की मोती-मोती चूचियां अब ब्रा में क़ैद थी, और ब्रा से भी बिल्कुल बाहर निकलने को थी। ब्लाउज फैट-ते हाय मम्मी की भी चीख निकल गई।


मम्मी: आअहह, ये क्या किया? मुझे घर भी जाना है.


अंकल: चुप साली, नया ला कर दे दूंगा.


और अंकल ने बूब्ज़ को ब्रा से बाहर निकाल दिया। उफ्फ्फ क्या स्तन मोटे-मोटे, आम जैसे। उन पर निपल्स देख कर ही मेरा पानी निकल गया। अंकल ने बूब्ज़ को मसल-मसल के चुनना चालू कर दिया। मम्मी को भी बहुत मजा आ रहा था. उनके दोनों हाथ अंकल के कंधे और पीठ पर घूम रहे थे।


मम्मी ने अंकल की शर्ट उतार कर फेंक दी, और अंकल ने मम्मी की एक टांग को उठा के अपने कमर में लपेट लिया। फिर अपना टाइट लंड वापस मम्मी की चूत में घुसा दिया, और धक्के देने चालू कर दिया।


उफ्फ्फ क्या सीन था. हर धक्के पे मम्मी की सिस्की निकल रही थी, और मम्मी के स्तन भी उछल-उछल के साथ दे रहे थे। अंकल ने दना-दन चूत में धक्के देना शुरू कर दिया फच्च्ह्ह फच्च्ह्ह फच्च्ह्ह। लंड चुत के अंदर-बाहर हो रहा था. मम्मी की साड़ी और ब्लाउज उनके कमर तक उठे हुए थे।


करीब 15 मिनट तक अंकल ने मम्मी को रगड़-रगड़ के चोदा, और आखिर में जोर-जोर के धक्के देते हुए सारा पानी मम्मी की चूत में भर दिया। इसके आगे क्या हुआ, वो आपकी इस चुदाई कहानी के अगले भाग में पता चलेगा।