Thursday, 16 January 2025

तारक मेहता का उल्टा चश्मा-1

 हेलो दोस्तो, आज मैं आपका स्वागत करता हूं, अपनी गोकुलधाम सोसाइटी में, जहां चुत ही चुत होने वाली है!


आज तक आपने इस समाज की दुनिया देखा कर हंसी ही आएगी, पर अब आपके लंड का पानी निकलेगा। क्या समाज में दया, मदवी, रोशन, अंजलि और जेठालाल हैं, तो सबसे पहले हम जेठा लाल के घर पर चलते हैं।


जेठा लाल का घर!


तब्बू अपने मोबाइल पर देसी हिंदी सेक्सी स्टोरी पढ़ रहा था, और चमक लाल अखबार पढ़ रहा था। दया घर के काम करने में लगी थी.


जेठालाल की नींद अभी भी खुली नहीं थी, क्योंकि रात को उसने जाम कर दया की चुदाई की थी। तभी चंपक लाल ने दया को बुलाया और जेठालाल को उठाया।


दया अपनी गांड हिला कर अंदर जा रही थी, तभी चंपक लाल की नजर दया की गांड पर टिक गई और उसका लंड खड़ा होने लग गया था। तभी चंपक लाल ने अखबार की तरफ ध्यान देना शुरू कर दिया था।


दया रूम के अंदर गयी और जेठा लाल से बोली - टपू के पापा उठ जाओ।


जेठा लाल निंद में बोला- क्या हुआ? सोने दो ना, तुझे तो पता है रात को कितना काम किया था।


दया को पता चल गया कि जेठालाल रात की चुदाई के कारण थक गया है, और वो उसे उठाना नहीं चाहती थी। पर बाबू जी ने फिर दया को जेठा लाल को उठाने के लिए कहा है।


अब उसे लगा कि अब तो उसे उठाना ही होगा और वो बोली - टापू के पापा 9 बजे गए हैं दुकान नहीं जाना क्या?


जेठालाल- दया सोने दे ना, तू बाहर जा मैं अपने आप उठ जाऊंगा।


तभी चंपक लाल ने जेठा लाल को आवाज दी - जेठा उठता है कि मैं अंदर आऊं?


बापू जी की आवाज सुनते ही जेठा लाल जल्दी से उठे, और दया की गांड पर थप्पड़ मार कर वो बाथरूम में चला गया। आधे घंटे के बाद तब्बू कॉलेज चला गया, और चंपक लाल बाहर चला गया।


जेठालाल चाय पी रहा था, तभी उसको दया से मस्ती करने का आइडिया आया और उसने दया को आवाज दे कर बुलाया। दया बहार आ कर उसके पास आ कर खादी हो गयी।


जेठा लाल ने दया की गांड को मसाला और वो बोला - केसी हो मेरी जान?


दया- टप्पू के पापा मैं तो ठीक हूं।


फिर जेठा लाल ने उसे पास पकाया और वो बोला - कल रात को मजा आया था ना?


दया – हां मेरे पति देव कल रात को खूब मजा आया था।


जेठा लाल- आज रात तुझे मैं फिर से मजा दूंगा।


दया को हंसी आ गई और जेठा लाल अब उसके होठों पर अपने होठों को रख कर उसके होठों का रस पीना लग गया। दया भी मस्ती में अपने होठों को जेठा लाल से चुसवाने लग गई।


तभी एक दम से दया ने जेठालाल को डराया और वो बोली- आह आह आप भी ना टप्पू के पापा ये क्या कर रहे थे।


जेठालाल- कुछ नहीं मस्ती कर रहा था।


दोस्तो दया जेठा लाल से इसलिए नजर हो गई थी, क्योंकि जेठा लाल ने दया की गांड अपनी एक उंगली जो डाल दी थी। इसलिए दया ने जेठा लाल को अपने से अलग कर दिया था।


तभी फिर से दया को जेठा लाल ने पकड़ा और फिर से उसके होठों को उसने चूसना शुरू कर दिया। दया और जेठा लाल अपनी मस्ती में मस्त हो गए थे, तभी जेठा लाल का फोन बजने लगा।


जेठा लाल ने दया को साइड किया और फोन देखा, उसके फोन पर नटू काका का फोन आ रहा था।


जेठा लाल ने फोन उठाया और वो बोला- हेलो बोलो नाटू काका।


नटू काका- सेठ जी खान पर हो?


जेठा लाल- घर पर हूं बोलो.


नटू काका- सेठ जी जल्दी आयो ना दुकान पर आपको याद नहीं है कि आज शर्मा जी से मुलाकात है।


जेठा लाल- कोन शर्मा जी?


दया को लगा कि अब जेठा लाल कुछ नहीं करने वाले हैं, तो वो अंदर जाने लगी। पर तभी दया ने उसको पकड़ा और उसको अपना पास करके अपने खड़े लंड की तरफ इशारा किया।


तो दया समझ की गई अब उसे जेठा लाल का लंड चूसना होगा, तो दया समझ गई और जेठा लाल की पैंट के अंदर से उसके लंड को मसलने लग गई। फिर उसने जेठा लाल की पेंट की ज़िप खोल कर उसके अंडरवियर में उसका 14 इंच का लंड बाहर निकाल लिया।


जेठा लाल का 14 इंच का लंड दया ने पहले हाथ में ले कर हिलाया और फिर उसको मुँह में ले कर वो चूसने लग गई। इतने में जेठा लाल ने फोन कट कर दिया, और फोन को टेबल पर रख दिया।


फिर उसने दया के बालो को पकड़ा और दया के मुँह में अपना लंड ठोकने लग गया। दया के मुंह में बड़ी मुश्किल से जेठा लाल का लंड आ रहा था, और उसको बिना लेने में दिक्कत हो रही थी।


पर जेठा लाल को उसकी कोई परवाह नहीं थी, वो तो बस दया का मुंह चोदने में लगा हुआ था। इतने में जेठा लाल के फोन पर शर्मा जी का फोन आने लग गया, फिर जेठा लाल ने दया के मुंह में अपना पानी छोड़ दिया।


दया ने उसका सारा पानी पी लिया, और तभी जेठालाल फोन पर बात करने लग गया। दया ने उसका पानी पी कर उसके लंड को अंडरवेअर में डाल दिया, और फिर वो पेंट की जिप बैंड करने वाली होती।


तभी उसको कमरे के अंदर से फोन की रिंग सुनाई देती है। दया को याद आ गया कि उसकी माँ का फ़ोन आने वाला था। तो वो फोन पर बात करने के लिए चली जाती है।


दया जेठा लाल के पेंट की ज़िप बंद करना भूल गई, और जेठा लाल फोन पर लगा था। तो उसको याद नहीं रह गया कि उसकी पैंट खुली है, और वो दुकान पर जाने के लिए निकल जाता है।

अब दोस्तो देखते हैं, ये जेठा लाल की ज़िप क्या कमाल देखती है। आपको मेरी सेक्स कहानी यहाँ तक कैसी लगी? कृपया मुझे ज़रूर बताना। क्योंकि आगे जेठालाल चुत ही चुत चुदाई करने वाला है।